जमशेदपुर: टाटा स्टील ने अपने ऑफिसरों की सुविधाओं में कटौती का सिलसिला जारी रखते हुए अब छुट्टियों के नियमों में बदलाव किया है। हाल ही में, कंपनी की वीपी (एचआरएम) अतरई सान्याल द्वारा जारी एक सर्कुलर में इस नए बदलाव की घोषणा की गई है।
नई छुट्टी नीति
- पर्सनल लीव (PL) में कटौती:
- पहले PL का दायरा 60 से 120 दिन था, जिसे अब 90 दिन तक सीमित कर दिया गया है।
- ऑफिसर अब 90 दिनों से अधिक PL जमा नहीं कर सकते।
- कैरी फॉरवर्ड और इनकैशमेंट:
- पहले PL को 8 से 20 दिन तक कैरी फॉरवर्ड किया जा सकता था, लेकिन अब यह सीमा 15 दिन कर दी गई है।
- PL इनकैशमेंट की सीमा 10 से 120 दिन थी, जिसे घटाकर 15 से 90 दिन कर दिया गया है।
- सिक लीव (SL):
- पहले सिक लीव की कोई सीमा नहीं थी। अब इसे 10 से 90 दिन के बीच सीमित कर दिया गया है।
- अतिरिक्त पर्सनल लीव (APL):
- पहले अतिरिक्त PL (APL) की सुविधा सालाना 6 दिन की होती थी, जिसे वर्ष के अंत में इनकैश किया जा सकता था। अब यह सुविधा पूरी तरह समाप्त कर दी गई है।
कब लागू होगा यह बदलाव?
नई छुट्टी नीति 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगी। वर्ष 2024 के अंत तक सभी बकाया APL का इनकैशमेंट कर दिया जाएगा।
अन्य सुविधाओं में भी कटौती
टाटा स्टील ने हाल ही में ऑफिसरों की अन्य सुविधाओं में भी कटौती की है:
- यात्रा बजट सीमित: ऑफिसर्स की यात्रा से संबंधित खर्चों को सीमित कर दिया गया है।
- मोबाइल और इंटरनेट सुविधा बंद: ऑफिसरों को दी जाने वाली मोबाइल और इंटरनेट सुविधा को भी पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है।
प्रबंधन का दृष्टिकोण
यह कदम कंपनी की लागत में कमी लाने और संसाधनों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। हालांकि, इन बदलावों ने कर्मचारियों के बीच चिंता और असंतोष बढ़ा दिया है।
निष्कर्ष:
टाटा स्टील के ये कदम न केवल कर्मचारियों की कार्यशैली को प्रभावित करेंगे, बल्कि कंपनी के भीतर कार्य-संस्कृति पर भी इसका असर हो सकता है। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये बदलाव कर्मचारियों और कंपनी के संबंधों पर क्या प्रभाव डालते हैं।